हिंदी कार्यशाला का सफल आयोजन

दिनांक 28 जून 2023 को भा.कृ.अनु.प.-केन्द्रीय कृषिरत महिला संस्थान, भुवनेश्वर में हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया गया| संस्थान के सभी वैज्ञानिकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने इसमे हिस्सा लिया। इस कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. प्रवीण जाखड़, वरिष्ठ वैज्ञानिक आमंत्रित थे| इस कार्यशाला का मुख्य विषय “हिंदी भाषा में छायावाद” था| सर्वप्रथम संस्थान की निदेशक महोदया ने मुख्य अतिथि को पुष्प गुच्छ प्रदान कर उनका स्वागत किया। अपने स्वागत सम्बोधन में निदेशक महोदया द्वारा कार्यशाला मे उपस्थित वैज्ञानिकों एवं कर्मचारियों को हिंदी के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत रहने के लिए प्रेरित किया। उन्होने नियमित रूप से प्रयुक्त होने वाली टिप्पणियों का हिंदी अनुवाद समस्त कर्मचारियों से साझा करने की सलाह दी जिससे कि इस कार्यालय मे हिंदी का गुणोत्तर सुधार हो सके।
कार्यशाला दो सत्रों मे विभक्त थी, पहले सत्र में कार्यालयी हिन्दी में प्रयुक्त होने वाली टिप्पणियों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गयी। सभी अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा प्रायः प्रयुक्त होने वाली टिप्पणियों को कार्यालयी रूप से शुद्ध अनुवाद किया गया। दूसरे सत्र में मुख्य वक्ता द्वारा “हिंदी भाषा में छायावाद” विषय पर हिंदी साहित्य की अनुपम झलकियाँ प्रस्तुत की गयी। उन्होने महादेवी वर्मा, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, जयशंकर प्रसाद की कीर्तियों का व्याख्यान किया। छायावाद की विशिष्टताओं को सरल रूप देकर उन्होने काव्यों का पाठ भी किया। हिंदी के इस साहित्यिक संसार से अवगत कराकर मुख्य वक्ता ने सभी कर्मचारियों के प्रश्नों पर अपने विचारों को साझा किया।